एक लावारिस
देखा एक दिन चेहरा अनजाना था सब के जैसा पर सब के लिए बेगाना कोई मेरा तो बन जाए जरा खुद को मनाना हंसी जो तेरे चेहरे पर दिखावे को और रहा है, कितना दिखाना झूठी है दुनिया अपनेपन को जरा आजमाना ठहरा लावारिस, पूरी दुनिया को चला है पीछे हटाना दुनिया चली है नाप […]
लावारिस
लावारिस हूं एक अनकही बारिश हूं जगह मिली वहीं सोता हूं मुझे चुपके से रोने की क्या जरूरत दर्द हुआ वहीं रोता हूं होती होगी सबकी सुनवाई उन सब में मैं कहां आता हूं सबके अलग है जीने के कारण सबकी वेश भूषा, सबके अलग है धारण हमारी चीख भुलाई जाती है ठोकरों में जिंदगी […]
पैसा
पैसे से है दुनिया चलती, पैसे का ही राज है पैसे के पीछे दुनिया भागे पैसे से ही सिर पर ताज है मेला लगा है गांव में मेरे ठगने को लोग आए है दस का तीस मांगे बीस तो लोग लगाकर आए है मैं ना जानू पैसे को रिश्ते इसने तोड़े है अपने मेरे छीन […]
अनजाना सफर
कातिलों के महफिल में, हम आकर फस गए कदम तो हल्के थे, फिर भी अंदर तक धस गए दुनिया की भीड़ में ये चीख पुरानी है लोगो के लिए फिर से एक मेरे लिए तेरे दर्द की निशानी है अनजाना है सफर अब धुंधली मंजिल पर कदम डगमगाते है जो तकलीफ है सीने में उन्हें […]
तेरी बातें
खट्टी खटास से भरी तेरी जिंदगी मीठी मिठास, ये ले गई कड़वा कड़वे से भी तेरी बातें मेरी जिंदगी की आस ले गई खट्टी मिठास में मिला गई तेरी बाते मुझे कड़वाहट के घोल दे गई कड़वे करेले से भी कड़वी तेरी जिंदगी मुझे सिसकियों की रात दे गई सुई सी चुबती तेरी बातें खुशियों […]
सुकून
गांव – गांव शहर – शहर घूम लिए, पर सुकून नहीं मिल रहा गली – गली खेत – खलियान कहीं फूल नहीं खिल रहा आस – पास झांक लिया पहले जैसा ना दिल रहा शिकायते विश्वास कुछ भी करने से पहले होटों को दिल सिल रहा किसी को मिलने या जाने को दिल नहीं घुलमिल […]