
सुकून
गांव – गांव शहर – शहर
घूम लिए, पर सुकून नहीं मिल रहा
गली – गली खेत – खलियान
कहीं फूल नहीं खिल रहा
आस – पास झांक लिया
पहले जैसा ना दिल रहा
शिकायते विश्वास कुछ भी करने से पहले
होटों को दिल सिल रहा
किसी को मिलने या जाने को दिल नहीं घुलमिल रहा
गांव – गांव शहर – शहर
घूम लिए, पर सुकून नहीं मिल रहा
गली – गली खेत – खलियान
कहीं फूल नहीं खिल रहा
आस – पास झांक लिया
पहले जैसा ना दिल रहा
शिकायते विश्वास कुछ भी करने से पहले
होटों को दिल सिल रहा
किसी को मिलने या जाने को दिल नहीं घुलमिल रहा