
नई शुरुआत
आज नई शुरुआत का आगाज करते है,
अपने अपने रस्तों पे राज करते है,
आज तक हम कठपुतली थे, तेरे हाथो की,
आज तुमने दागे झटका ही दिए,
तो चलो खुद को बर्बाद करते है
हम खुश है, या नहीं, इससे क्या फर्क पड़ता है,
आ जाओ, तुम्हे आबाद करते है
हम भी कोशिशों में लगने वाले है,
अब शायद कोशिश में एक नए समाज की शुरुआत करते है,
आ जाओ तुम्हे फिर से आबाद करते है,
तुम्हे एक और मौका देकर,
खुद को बर्बाद करते है
वैसे तो, तोड़ने की बाते अक्सर समाज करते है,
समाज के लोगो में तुम भी हो,
आज तुम पर इसी बात से नाज करते है,
चलो छोड़ो सब भूल जायेंगे, हम फिर से,
एक शुरुआत करते है,
तुम सुधार लेना खुद को, इसी बात से तुमसे आस करते है,
फिर से एक बार तुम पर विश्वास करते है,
इस शुरुआत में कुछ पलों को खास करते है,
हमारी जितनी थी बुराइयां, सभी को हवन की आग में नाश करते है!!